मेरे हालात ऐसे नहीं हैं तुम्हारे इश्क को कुबूल कर पाऊं शायद खुदा ने तुमसे मिलाने में बहुत देर कर दी तुमसे इश्क करने के बारे में सोच भी लू तो किसी के साथ नाइंसाफी होगी
तुम्हारा प्यार मेरे दिल पर परत दर परत जमता जा रहा है तुम्हारी यादों में रहता हूं और प्रतिदिन थोड़ा-थोड़ा इजाफा हो रहा है ख्वाब सजने लगे हैं जैसे हमारी चाहत है