जिंदगी की गलियां सुनसान हो गई जिसके आने जाने से रहती थी रौनक वह बेवफा हो गई अपनी तरफ से उसे हर खुशी देने की कोशिश किया हर मांग पूरा किया फिर भी ना जाने किस बात से खफा हो गई उसकी बातों में इतनी मिठास रहती है, मैं ठहर जाता हूं उसकी हर बात सुनने को आज खुल के बता दू मैं क्या चाहता हूं आपके प्यार में डूबना चाहता हूं दूर जाने की बात मुझसे कहना नहीं दूर रहके अब जीना नहीं चाहता हूं
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